फ़ेसबुक की लीला सब पर पड़ी भारी है;
71 साल की बुढ़िया भी यहाँ कुँवारी है;
चाचा की क़िस्मत भी यहाँ बदल जाती है;
18 साल की चाची यहाँ मिल जाती है;
लड़के यहाँ लड़कियाँ बन जाते हैं;
नक़ली id बना के आतंक मचाते हैं;
कुछ तो इतने पागल हो जाते हैं दिन - रात add me- add me चिल्लाते हैं!
71 साल की बुढ़िया भी यहाँ कुँवारी है;
चाचा की क़िस्मत भी यहाँ बदल जाती है;
18 साल की चाची यहाँ मिल जाती है;
लड़के यहाँ लड़कियाँ बन जाते हैं;
नक़ली id बना के आतंक मचाते हैं;
कुछ तो इतने पागल हो जाते हैं दिन - रात add me- add me चिल्लाते हैं!